आजकल के समय में , हमारी देनिक जरुरतो में परफ्यूम एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है| (perfume ka business kaise kare) परफ्यूम को हर एक लोग इस्तेमाल कर रहे है; जिससे कि मार्किट में कई तरह के परफ्यूम बेचे जा रहे है; इसमें अगर हम बात करे Perfume Business की तो अन्य बिज़नस की तरह यह भी एक लाभदायक बिज़नस है;
how to start a perfume company तो यदि आप चाहे तो परफ्यूम के बिज़नस का विचार कर सकते है| यदि आप इस Perfume Business को करना चाहते है तो आपको परफ्यूम कि अच्छी जानकारी होनी चाहिए | आप इस बिज़नस को शुरु करने से पहले इसकी अच्छे से रिसर्च कर ले जिससे आपको कोई हानि की संभावना न हो और आधिक लाभ हो |
परफ्यूम के प्रकार
यदि हम शुद्ध परफ्यूम कि बात करे तो उसे ‘पारफम’ कहते है और यह अधिक खूसबू के लिए जाने जाते है | इसमें अल्कोहल कि मात्रा बहुत कम होती है, इसलिए ज्यदातर लोग इस परफ्यूम को इस्तेमाल करना पसंद करते है | इस प्रकार के परफ्यूम में लगभग 20 से 40 प्रतिशत की खुशबु रखी जाती है और ये इस कारण और भी महगे होते है | इस परफ्यूम कि सुगंध लगभग 8 से 10 घंटे तक रहती है |
यो डे पारफम
इन परफ्यूम में सुगंध की मात्रा पारफम से काफी कम होती है। इसमें लगभग 14 से 20 प्रतिशत तक की सुगंध होती है | इन परफ्यूम कि सुगंध 2 से 3 घंटो तक ही रहती है जो कि पारफम परफ्यूम से काफी कम है | ३। यो डे कोलोन;- यो डे कोलोन नामक परफ्यूम में काफी कम सुगंध पायी जाती है। इस कारण यह काफी सस्ता भी बिकता है | इसमे केवल 2 से 3 प्रतिशत तक का परफ्यूम का लेवल पाया जाता है और अल्कोहल कि मात्रा काफी ज्यादा होती है |
2.यो डे टुइलेट
यो डे टुइलेट नमक परफ्यूम में परफ्यूम कि मात्रा 5 से 15 प्रतिशत तक होती है | यो डे टुइलेट की सुगंध 3 से 4 घंटे तक ही रहती है | यो डेटुइलेट में अल्कोहल कि मात्रा काफी ज्यादा होती है |
इंडिया में सर्वाधिक बिकने वाले परफ्यूम
इंडिया में कई प्रकार कि कंपनी के करती है और उनमे से कुछ कम्पनिया निम्नलिखित है :-
ब्लूबेरी
कैल्विन क्लीन
डेविड ऑफ
एस्काडा
गुच्ची
परफ्यूम का बिज़नस शुरु करने से पहले कुछ जरुरी जानकारी निम्नलिखित है; परफ्यूम का बिज़नस शुरु करने से पहले कुछ महत्वपूर्ण जानकारी होना अतिआवश्यक होता है; जिससे कि बिज़नस में कोई दिक्कत न हो जो निम्नलिखित है
perfume business names ideas
यदि आप एक परफ्यूम बिजनेस आइडिया की तलाश में है तो आप
कैल्विन क्लीन
डेविड ऑफ
एस्काडा
गुच्ची प्रसिद्ध कंपनियों से आइडिया ले सकते हैं
सबसे पहले ये देखना होगा आप कौन सा परफ्यूम बनाना चाहते है
परफ्यूम का इस्तेमाल सभी वर्ग तथा आयु के लोग करते है। और दुकानों में भी सभी मेल तथा फीमेल परफ्यूम मिलते है। तो सबसे पहले ये तय करना होगा की आप कौन से वर्ग के परफ्यूम बेचना चाहते है। मेल या फीमेल या फिर आप दोनों ही वर्गो के लिए परफ्यूम बेचना चाहते है ।
परफ्यूम में सबसे पहले देखना होगा उसकी सुगंध
Perfume Bussiness एक सुगंध से जुड़ा हुआ बिज़नस है तो हमें यह देखना होगा । कि परफ्यूम कि सुगंध सबसे अलग होनी चाहिए जिससे कि लोग ज्यादा आकर्षित हो, माल खरीदने के लिए क्योकी एक खुशबू ही है। जो किसी भी परफ्यूम को अलग बनती है। और मार्किट में जो परफ्यूम बिक रहे है उनकी एक ही वजह है उनकी खुशबू |
परफ्यूम और डीयो में सामान्य अंतर
लोगो को सबसे ज्यादा उलझन परफ्यूम और डीयो में ही होती है कि ये दोनोंअलग-अलग उत्पाद है 1.यदि आप Perfume Bussiness स्टार्ट करना चाहते है,तो आपको परफ्यूम और डीयो में अंतर पता होना चाहिए। 2.जो डीयो होता है वो बॉडी से आने वाली गंध को दूर करता है। जबकि परफ्यूम बॉडी को सुगन्धित करने का काम करती है। डीयो में लगभग 10 प्रतिशत तक कि सुगंध उपस्थित होती है। जबकि परफ्यूम में अधिक मात्रा में सुगंध उपस्थित होती है। 3.डीयो बॉडी पर उपयोग किये जाते है जबकि परफ्यूम कपड़ो पर उपयोग किये जाते है। और डीयो परफ्यूम के मुकाबले काफी सस्ते होते है।
Perfume Bussiness के लिए उपयोग होने वाले रॉ मटेरियल
अल्कोहल- परफ्यूम बनाने के लिए अल्कोहल सबसे जरुरी रॉ मटेरियल है | हर तरह के परफ्यूम में अल्कोहल का इस्तेमाल अलग – अलग होता है|
जैसे – घास, कई तरह के मसाले, कई तरह के फल, लकड़ी, और पतियों का उपयोग पर्फुम बनाने में किया जाता है |
फूल-पर्फुम बनाने के लिए फूलो के रस का भी उपयोग किया जाता है | और पर्फुम की बोतलों में कम से कम 20 – 25 % फूलों के रस का उपयोग किया जाता है |फूलों के अलावा और भी बहुत सी चीज़े उपयोग में आती है |
पशु पदार्थ
पशु स्राव (animal secretions) का भी उपयोग परफ्यूम बनाने की प्रक्रिया में किया जाता है. पशु पदार्थ का ज्यादातर उपयोग फिक्स्डेटिव (fixatives) के रूप में किया जाता है| फिक्स्डेटिव की मदद से परफ्यूम में डाली गई चीजें एक साथ चिपकी रहती हैं | और ये इत्र को वाष्पित (evaporate) करने में सक्षम बनाता है |
सिंथेटिक रासायनिक
कई तरह के कृत्रिम रसायनों का प्रयोग भी परफ्यूम बनाने में किया जाता है; और रसायनों की मदद से हम फूलों और पौधें की खुशबू को तैयार करते है; जिन फूलों और पौधें से प्राकृतिक तेल नहीं निकलता है|
प्राकृतिक तेल निकालने वाले कुल 2 50,000; फूलों और पौधों की प्रजातियों में से लगभग 2,000 ही ऐसी फूलों और पौधों की प्रजातियां हैं|
लिली फूल एक ऐसा फूल है जिसमे प्राकृतिक तेल नहीं होता है|और इन प्रकार के फूलों (जिनमें प्राकृतिक तेल नहीं तो है) की खुशबू को बनाने के लिए कृत्रिम रसायनों का उपयोग किया जाता है |
परफ्यूमों बनाने की मशीन
Perfume Business से परफ्यूम तैयार करने के लिए अलग अलग तरह की दाम वाली मशीनें बाजार में मिलती हैं|अगर आप ज्यादा दाम वाली मशीनें लेते हैं तो वो आपको थोड़ी महंगी पड़ सकती है , जबकि कम दाम वाली मशीनें थोड़ी सस्ती पड़ेगी | इसलिए आप अपने बजट के हिसाब से परफ्यूम बनाने वाली मशीन को खरीद सकते है| (business perfume ideas) Check out
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